गोंडा: खबर यूपी के गोंडा जिले से है जहाँ जलभराव व प्रशासन के रवैये से परेशान ग्रमीणों ने कुछ एक ऐसा कर दिखाया है जिससे आप देखते रह जाएंगे...जी हां गोंडा जिले के हलधरमऊ विकास खण्ड के छिटनापुर में बारिश के कारण सड़क बह गई थी जिससे इस क्षेत्र में रहने वाले हजारों ग्रमीणों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ता था। कई बार प्रशासन से गुहार लगाने के बाद जब मदद नहीं मिली तो इन ग्रमीणों ने इस परेशानी को हल करने के लिए खुद अपने कंधे पर जिम्मा उठाया और एक अस्थाई लकड़ी का पुल का निर्माण कर दिया। बीमार बूढ़े, बच्चे व महिलाओं को देखते हुए ग्रमीणों ने इस काम को बखूबी अंजाम दिया लेकिन प्रशासन अभी भी चुप्पी साधे है।
कई बैराजों से सरयू व घाघरा में छोड़े गए पानी से जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, घाघरा खतरे के निशान से लगभग 106 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, ऐसे में जिले की छोटी संपर्क नदियां व नाले व तालाब भी उफान पर है जिले के हलधरमऊ ब्लॉक के छिटनापुर - खानपुर फकीरनपुरवा संपर्क मार्ग पहली बरसात को नही झेल पाया और रास्ता पूरी तरह ध्वस्त गया जिससे कई गांव का संपर्क टूट गया।
ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से इसकी शिकायत की पर एक महीने से भी अधिक समय बीत जाने के बाद जब कोई सुनवाई नही हुई तो ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर खुद के हर्जे खर्चे से बांस बल्ली के सहारे अस्थायी पुल का निर्माण कर डाला। ये उस दावे की पोल खोल रहा है जिसे लगातार जिले के जिम्मेदार अधिकारी कह रहे है कि अभी जिले में बाढ़ जैसी कोई हालात नही है। लेकिन अब सोचने वाली बात ये है कि जब बाढ़ जैसी हालात नही है तो ये हालात है कैसी जब हालात तुफान जैसी होगी तब प्रशासन बाढ़ जैसी हालात को बताएगा। लेकिन इस पर जिले के जिम्मेदार अधिकारी कोरोना वायरस का हवाला देकर बयान देने से बच रहे है।
रिपोर्ट-अतुल कुमार यादव