गोंडा: गोंडा जिले के परसपुर में एल्गिन-चरसडी बांध में हो रही कटान से बांध बचाने की कोशिश जारी है। घाघरा नदी खतरे के निशान से 16 सेंटीमीटर ऊपर...एलगिन चरसड़ी रिंग बांध में लगी कटान| तेजी से हो रही है रिंग बांध में कटान...बाढ़ खंड वालों की बड़ी मुश्किल है|
आनन-फानन में पोकलैंड व जेसीबी मशीन लगाई गई....बांध को बचाने की जद्दोजहद में लगे सिंचाई विभाग के आला अधिकारी| कटान होने से बाढ़ खंड वालों की साख दाव पर...बांध टूटने से करीब 50 हजार आबादी होगी प्रभावित। सारी रात बांध बचाने की कवायद चलती रही फिर भी बांध अभी सुरक्षित नहीं है।
बांध को बचाने की जद्दोजहद में लगे जिले के आला अधिकारी मौके पर हैं। नदी की धारा लगातार कटान करती जा रही है। आसपास के गांव में लोगों की धड़कने तेज हो गईं हैं। लोगों ने सुरक्षित जगहों पर पलायन शुरू कर दिया है। सोमवार रात्रि से ही उपजिलाधिकारी हीरालाल और सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर जमे हैं।
एल्गिन ब्रिज का जलस्तर चेतावनी बिंदु से 18 सेंटीमीटर ऊपर है। एल्गिन चरसडी बांध में ग्राम चंदापुर किटोली के निकट हो रही कटान रोकने में रुक-रुक कर हो रही बारिश बाधक बनी है। मंगलवार सुबह जिलाधिकारी मारकंडेय शाही के साथ अन्य अधिकारियों ने कटान स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने बांध बचाने की कवायद तेज करने के निर्देश दिए।
उपजिलाधिकारी हीरालाल ने बताया कि स्वयं बांध पर मौजूद रहकर राजस्व कर्मियों एवं पुलिस के साथ गांव को खाली कराने तथा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाएं ले जाने की कार्रवाई में लगे हैं। बताया कि नदी की कटान तेज होती है तो बांध में कटान शुरू हो जाती है।
रिपोर्ट-अतुल कुमार यादव