गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में खून के काले कारोबार में संलिप्त दो लोगों पर एफआईआर| गोंडा डीएम मार्कण्डेय शाही ने मामले में कार्रवाई के दिए थे आदेश| डी.फार्मा का छात्र खून के काले कारोबार में जिला अस्पताल से अरेस्ट|
ब्लड बैंक से गिरफ्तार छात्र आशीष जायसवाल डीएच में कर रहा था अप्रेंटिस| ब्लड बैंक के पैथोलॉजिस्ट चेतन पाराशर की तहरीर पर एफआईआर|
लोगों को खून दिलवाने का लेता था ठेका,सदर विधायक को फोन करके मांगी थी खून की मदद| सदर विधायक प्रतीक भूषण ने पूरे मामले की की जानकारी तब मामला निकला झूठा| जानकारी झूठी मिलने पर सदर विधायक प्रतीक भूषण ने डीएम से की थी शिकायत।
पुलिस के मुताबिक,' कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी गोण्डा के पत्रांक संख्या मु०चि0अ0 / ब्लड बैंक / 2021 / 1202 (कैम्प) दिनांक 21.07.2021 के क्रम में जिसमें एक व्यक्ति आशीष जायसवाल पुत्र तिलक राम जायसवाल, निवासी 55 मजरा सितारामपुर ग्रन्ट रिसिया सिसई सलोन, बहराइच संदिग्ध रुप से ब्लड कारोबार में संलिप्त होने की बात कही गई एवं उचित कार्यवाही करने की बात कही गई।
इसी क्रम में मैं बताना चाहँगा कि उपरोक्त व्यक्ति के साथ बीरे, पुत्र मगन, व्यक्ति भी आया था जिससे पूछताछ करने पर पता चला कि व्यक्ति आशीष जायसवाल को वह पिछले कुछ दिनों से ही जानता था एवं व्यक्ति आशीष जायसवाल ने बीरे को बिना रक्तदान किये ब्लड दिलाने का वादा किया था।
बीरे ने बताया कि वह आरोपी व्यक्ति को नाम से नहीं जानता था पर रक्त दिलाने हेतु उससे सम्पर्क में था। इससे यह प्रतीत होता है कि आरोपी आशीष जायसवाल रक्त के कालाबाजारी में हिस्सेदारी हैं।
रिपोर्ट-अतुल कुमार यादव