गोंडा: गोंडा जिले के 17 कस्तूरबा स्कूलों में हुए 96 लाख घोटाले का मामला| जिले के कस्तूरबा विद्यालयों में छात्राएं आईं नहीं और उनके भोजन के नाम पर 96 लाख रुपये अधिकारियों ने निकाल लिए। 24 मार्च को बंद हुए थे स्कूल 22 मार्च को हुआ आदेश|
गबन हुए 96 लाख में 18 लाख से ज्यादा का बोर्नविटा व च्यवनप्राश के नाम पर घोटाला| दूध सब्जी की खरीद-फरोख्त में भी घोटाले बाजी| ठेकेदारों की सांठगांठ से हजम किया गया बच्चों के नाम पर आया लाखोँ रुपए|
₹360 के च्यवनप्राश की ₹600 में हुई खरीदारी| दूध व सब्जी के नाम पर 1 लाख 80 हजार हजम| बिना बच्चों की पढ़ाई स्टेशनरी पर खर्च हुए 1 लाख 20 हजार| साबुन तेल बैग जूते मोजे पर दिखाया 80 हजार खर्चा| एक स्कूल पर इतना खर्च तो 17 पर कितना होगा|
गोंडा जिले के 17 कस्तूरबा स्कूलों में 1700 बच्चियां है पंजीकृत| लगभग भोजन के नाम पर 30 लाख से ज्यादा, बोर्नविटा व च्यवनप्राश के नाम पर 18 लाख से ज्यादा|
स्टेशनरी के नाम पर 20 लाख से ज्यादा, जूता मोजा वा स्कूल बैग के नाम पर 13 लाख से ज्यादा| साबुन व तेल आदि के नाम पर 2 लाख से ज्यादा का हुआ घोटाला।
बता दें कि इसी साल मई माह के अंत में उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में 9 करोड़ घोटाले का मामला सामने आया था| प्रदेश के 18 जिलों में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में छात्राओं की उपस्थिति में उलटफेर करके तकरीबन 9 करोड़ रुपयों को अधिकारियों ने हजम कर लिया था। मामला प्रकाश में आते ही प्रशासनिक और शासनिक महकमे में खलबली मच गई है। आनन-फानन में अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए हैं।बता दें कि जिलेवार खोले गए कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कक्षा 6 से कक्षा 8 तक की शैक्षणिक व्यवस्था की गई है।
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कक्षा छह से आठ तक की पढ़ाई होती है। यह पूरी तरह से आवासीय विद्यालय है। छात्राएं विद्यालय में रहती हैं और उनके भोजन, स्टेशनरी, साबुन, तेल व अन्य जरूरी सामान के लिए शासन स्तर से बजट दिया जाता है। इधर, कोरोना काल के चलते विद्यालय बंद हैं और छात्राएं अपने घर हैं।
11 फरवरी से लेकर 31 मार्च के बीच में छात्राओं के भोजन, सामान व अन्य मद में प्रदेश के 18 जिलों में नौ करोड़ रुपये निकाल लिए गए। मामला प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड सूचना से खुला। प्रेरणा पोर्टल पर छात्राओं की विद्यालयों में उपस्थिति की सूचना शून्य दर्शाया गया है।
गौरतलब है कि,''कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में यह घोटाला केवल गोंडा में ही नहीं बल्कि यूपी के 18 जिलों में हुआ है जिसमें आवासीय बालिका विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं के किताब,भोजन,मेडिकल के नाम पर 96 लाख रुपये का घोटाला हुआ है। वैसे तो यह घोटाला यूपी के 18 जिलों में हुआ है लेकिन सबसे अधिक पैसे वाला घोटाला गोंडा में हुआ था।
गोंडा जिले के स्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में 96.987 लाख रुपये के घोटाले की बड़ी अनियमितता मिली थी। इस मामले में 02 जून, 2021 गोंडा सीडीओ शशांक त्रिपाठी से बात की तो उन्होंने बताया था कि ये मामला संज्ञान में आने के बाद जिलाधिकारी के आदेश के बाद तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया जा रहा है जांच रिपोर्ट आने के बाद जो दोषी होगा उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।