गोंडा जिले में मनकापुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत मल्हीपुर गांव में हुई गौकशी की घटना के बाद अब गोंडा जिला प्रशासन पूरी तरीके से एक्टिव मोड में आ गया है। आज मनकापुर तहसील प्रशासन और छपिया थाने की पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से सरकारी जमीन पर किए गए अवैध कब्जे को लेकर कार्रवाई की गई है। बुलडोजर के माध्यम से मनकापुर तहसील प्रशासन द्वारा अस्थाई रूप से बनाए गए तीन मकान को तोड़कर के हटाया गया है साथ ही पक्का निर्माण करने वाले लोगों को नोटिस देकर के खाली करने का निर्देश दिया गया है। गौकशी की घटना में शामिल आरोपियों के अवैध निर्माण को ना गिरने पर ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया। और अवैध निर्माण गिराए जाने की मांग करने लगें। ग्रामीणों के विरोध के चलते मौके से राजस्व विभाग और तहसील प्रशासन की टीम को रवाना होना पड़ा है।
इस बुलडोजर कार्रवाई के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए थे और दो बुलडोजर मशीनों द्वारा यह कार्रवाई की गई है। पूरे मामले को लेकर के मनकापुर एसडीएम अवनीश त्रिपाठी ने बताया कि यहां पर ग्राम समाज, नवीन परती,और खलिहान की भूमि पर यह लोग अस्थाई निर्माण जो किए हुए थे। उन्हें बुलडोजर के माध्यम से हटवाया गया है। जो पक्के निर्माण बने हुए हैं उनके खिलाफ राजस्व विभाग की टीम से रिपोर्ट ले करके न्यायालय में वाद दायर किया गया है। बेदखल करके उन्हें भी जल्द हटवाया जाएगा। दरअसल बीते 8 अप्रैल को मल्हीपुर गांव में गौकशी की घटना सामने आई थी। जहां मौके पर गौरा से भारतीय जनता पार्टी के विधायक प्रभात वर्मा भी पहुंचे थे। और इस घटना में शामिल दो आरोपियों को मुठभेड़ में तो वही एक आरोपी को भी गिरफ्तार करके पुलिस जेल भेज चुकी है।