नई दिल्ली: देश ही नहीं, बल्कि एशिया की भी सबसे सुरक्षित जेलों में शुमार दिल्ली की तिहाड़ जेल में एक कैदी के मोबाइल फोन निगलने का मामला सामने आया है। दिल्ली की जेल में बंद एक कैदी ने पकड़े जाने के डर से मोबाइल फोन निगल लिया जिसे बाद में एंडोस्कोपी की मदद के द्वारा बाहर निकाला गया। यह मामला 4-5 जनवरी का है, लेकिन असहनीय पेट दर्द होने के बाद इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती इस कैदी की एक्सरे रिपोर्ट आई तो डाक्टर भी चौंक गए। एक्सरे में कैदी के पेट में मोबाइल फोन होने का पता चला। इसके बाद अस्पताल में आपरेशन कर डाक्टरों ने मोबाइल फोन निकाला।
इसके बाद जेलों में अवैध तरीके से मोबाइल फोन पहुंचाने का एक और खुलासा हुआ है। बहरहाल मोबाइल फोन के जेल में पहुंचने की जांच जारी है।
जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने बताया कि 5 जनवरी 2022 के दिन तिहाड़ की जेल नंबर 1 के एक कैदी ने एक मोबाइल फोन निगल लिया, जब हमारे स्टाफ ने उसे तलाशी के लिए संपर्क किया तो इस बात का खुलासा हुआ|
पुलिस महानिदेशक ने बताया कि घटना के तुरंत बाद कैदी को पहले दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन कैदी की हालत खराब होने के बाद उसे जीबी पंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर डॉक्टरों की टीम कैदी के पेट से मोबाइल निकाल दिया है, वह भी बिना सर्जरी किए| संदीप गोयल ने कहा, ‘अब कैदी की हालत ठीक है, अभी इस बात का पता नहीं चल पाया है कि कैदी के पास मोबाइल फोन कहां से आया? इसकी जांच की जा रही है|
एंडोस्कोपी की मदद से निकाला गया मोबाइल
अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर सिद्धार्थ श्रीवास्तव और डॉ. मनीष तोमर ने बताया कि उनकी टीम अब तक ऐसे करीब 10 मामले देख चुकी है| अक्सर जेल में बंद कैदी कभी फोन तो कभी इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नशीले पदार्थ की पोटलियां निगल लेते हैं| इन्हें बाहर निकालने के लिए उनके पास बगैर किसी ऑपरेशन का अनुभव है|
इसी तरह का एक मामला बीते 15 जनवरी को अस्पताल आया| डॉ. सिद्धार्थ ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल आने के बाद उन्हें पता चला कि मरीज ने मोबाइल फोन निगल लिया है| वे कुछ ही मिनट में पूरा मामला समझ गए और उन्होंने मरीज की एंडोस्कोपी करने का फैसला लिया| एंडोस्कोपी में लगे कैमरा के जरिए उन्होंने फोन की जगह को देख लिया और फिर एक अलग से पाइप लगाकर फोन को धीरे धीरे खींचते हुए बाहर निकाल लिया|