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वैक्सीन को लेकर मोदी सरकार पर बरसे सिसोदिया, बोले- वैक्सीनेशन प्रक्रिया को मज़ाक मत बनाइये, इसकी गंभीरता को समझिए

  • by: news desk
  • 24 May, 2021
वैक्सीन को लेकर मोदी सरकार पर बरसे सिसोदिया, बोले- वैक्सीनेशन प्रक्रिया को मज़ाक मत बनाइये, इसकी गंभीरता को समझिए

नई दिल्ली:दिल्ली में वैक्सीन की कमी होने के चलते आज उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि जब सारी दुनिया तमाम वैक्सीन को मंजूरी दे रही थी तब भारत सरकार सो रही थी और आज भी सो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार कहती है कि राज्य वैक्सीन के लिए ग्लोबल टेंडर निकालें लेकिन उसने अभी तक वैक्सीन कंपनियों को मंजूरी ही नहीं दी है।


दिल्ली के उप मुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा कि,''केन्द्र सरकार ने वैक्सीनेशन प्रक्रिया का मजाक बना कर रख दिया है। अमेरिका ने दिसंबर 2020 में फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन तीनों को मंजूरी दी। भारत में तीनों को अब तक मंजूरी नहीं दी गयी। ब्रिटेन ने Pfizer को को दिसंबर में मान्यता दे दी। लेकिन हमने अभी तक मान्यता नही दी।




 मनीष सिसोदिया ने सोमवार को कहा कि फाइजर और मॉडर्ना ने कोरोना वायरस के टीके सीधे दिल्ली सरकार को बेचने से मना कर दिया है और इन कंपनियों ने कहा है कि वे केवल केंद्र से बात करेंगी। '''सिसोदिया ने कहा कि,''हमने केंद्र से Vaccine मांगी तो उन्होंने कहा Global Tender कर लीजिए| हमने Moderna, Pfizer और J&J से संपर्क किया तो Pfizer, Moderna ने कहा वो किसी भी राज्य को सीधे Procurement नहीं दे रहे, केंद्र से बात कर रहे है|



सिसोदिया ने ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा कि दिल्ली में टीके खत्म होने के बाद 18 से 44 साल आयुवर्ग के लोगों के लिए सभी 400 टीकाकरण केंद्रों को बंद कर दिया गया है, वहीं 45 साल से अधिक उम्र के लोगों, स्वास्थ्य कर्मियों तथा अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले लोगों के लिए कोवैक्सिन के केंद्रों को भी टीकों की कमी के कारण बंद कर दिया गया है। इसको लेकर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने केंद्रीकृत वैक्सीन खरीद और आवंटन नीति लाने की मांग की है।




सिसोदिया ने कहा कि लोगों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए इस समय टीकाकरण बहुत जरूरी है और उन्होंने मॉडर्ना, फाइजर तथा जॉनसन एंड जॉनसन कंपनियों से टीकों के लिए बात की है। उन्होंने कहा, फाइजर और मॉडर्ना ने हमें सीधे टीके बेचने से इनकार कर दिया है और बताया है कि वे केंद्र से बात कर रही हैं। केंद्र ने फाइजर और मॉडर्ना को मंजूरी नहीं दी है वहीं पूरी दुनिया में इन्हें मंजूरी दी गयी है, और देशों ने इन्हें खरीदा है। सिसोदिया ने कहा कि कुछ देशों ने परीक्षण के स्तर पर ही टीकों को खरीद लिया लेकिन भारत ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया।




सिसोदिया ने कहा कि,''रूस ने अगस्त 2020 में स्पूतनिक को मंजूरी दी थी, दिसंबर में मास वैक्सीनेशन शुरू कर दिया था।  2020 में हमारे देश की केन्द्र सरकार ने पहले स्पूतनिक को मंजूरी देने से मना कर दिया था जबकि उस समय तक 68 देश स्पूतनिक को मंज़ूरी दे चुके थे, हमने अप्रैल 2021 में जाकर मंजूरी दी है|




उन्होंने कहा,''- Pfizer -   दुनिया के 85 देशों में मान्य। 

- Moderna - दुनिया के 46 देशों में मान्य।

 - J &J -  41 अन्य देशों में मान्य। 

दुनिया के तमाम देशों ने इन वैक्सीन को मंजूरी देकर अपनी पूरी आबादी के लिए खरीद भी लिया, लेकिन हम अब तक मंजूरी भी न दे सके।




सिसोदिया ने कहा कि,''अमेरिका ने मार्च 2020 में ही ऑपरेशन 'वार्प सीड' के नाम से वैक्सीन के लिए 10 बिलियन डॉलर का निवेश कर दिया था, जबकि उस समय तक वैक्सीन पूरी तरह तैयार भी नहीं हुई थी। लेकिन हमारी केंद्र सरकार ने अप्रेल 2021 में जाकर यह किया और इतने महत्वपूर्ण महीने यूँ ही व्यर्थ गँवा दिए।




उन्होंने कहा,''प्रधानमंत्री मोदी जी ने पहली बार नवंबर 2020 में सीरम इंस्टीट्यूट का दौरा किया था। आखिर क्यों उसी समय सरकार ने भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट में निवेश नहीं किया?  आखिर क्यों सरकार अप्रैल 2021 तक दोनों वैक्सीन उत्पादक कंपनियों को वित्तीय सहयोग देने का इंतजार करती रही|




उन्होंने कहा,''जब देश में कोरोना का हाहाकार मचा और वैक्सीन की क़िल्लत पर शोर मचा तो केन्द्र सरकार ने पल्ला झाड़ते हुए राज्य सरकारों से कहा कि ग्लोबल टेंडर निकालो और खुद वैक्सीन खरीदो।  कोई राज्य भी वैक्सीन कैसे खरीदेगा जब केन्द्र सरकार ने दुनिया भर में बनी वैक्सीन को मंजूरी ही नहीं दी|





'''USA ने Dec 2020 में Moderna, Pfizer और J&J की Vaccine को मंजूरी दी थी। लेकिन केंद्र सरकार ने अब तक इन तीनों Vaccine को मंजूरी नहीं दी है। ऐसी क्या मजबूरी है कि केंद्र 2 Vaccine पर निर्भर है और उन्हें भी Export किए जा रही है जबकि पूरे देश में Vaccine की कमी है| '''प्रधानमंत्री मोदी ने November 2020 में Serum Institute का दौरा किया था November से लेकर April तक सरकार ने इन Companies में Invest नहीं किया USA ने Vaccine बनने से पहले मार्च 2020 में ही Invest करना शुरू कर दिया था लेकिन केंद्र सरकार सोती रही और अब भी सो रही है




''''मैं हाथ जोड़कर केंद्र सरकार से विनती करता हूँ कि Vaccination Program को मज़ाक मत बनाइये, इसकी गंभीरता को समझिए। Pfizer, Moderna, J&J की Vaccines को कई देश खरीद रहे है और आप मंजूरी देने में अटके है। राज्यवर राजनीति से ऊपर उठिए और देश के लिए सोचिए।






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