नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा पराली को खाद में बदलने वाली बायो-डिकम्पोज़र तकनीक दिल्ली में कामयाब रही। अब वक्त आ गया है कि सभी सरकारें इसे लागू कर किसानों की मदद करें। केजरीवाल ने कहा,'पिछले 10-12 साल से हर साल अक्टूबर और नवंबर में पराली जलने की वजह से पूरा उत्तर भारत परेशान रहता है। इस बारे में अब तक कोई ठोक काम नहीं किया गया था, हर साल बस इस समय शोर होता है, राजनीति होती है|
CM अरविंद केजरीवाल ने कहा,'दिल्ली के 24 गांव में बायो-डिकम्पोज़र को छिड़कने के 20 दिन बाद वैज्ञानिकों का कहना है कि 70-95% तक डंठल गल चुका था, इससे किसान बहुत खुश हैं। अब समाधान तो निकल गया है, अब बारी सरकारों की है, क्या वो इसको लागू करेंगी...? केजरीवाल ने कहा,''अभी दिल्ली में कोरोना बढ़ रहा है और इसका सबसे बड़ा कारण प्रदूषण है। दिल्ली के लोगों ने पिछले महीने तक कोरोना पर काबू पा लिया था|
केजरीवाल ने कहा,'दिल्ली सरकार ने पूसा निर्मित बायो डिकॉम्पोज़र का छिड़काव मुफ़्त में 2000 एकड़ खेतों की ज़मीन पर किया था। पूसा ने 24 गांवों की ज़मीन से जब सैंपल 20 दिन बाद लिए तो 95% पराली खाद बन चुकी थी। अब किसी भी सरकार के पास पराली की समस्या को लेकर कोई बहाना नहीं है।
उन्होंने कहा,'केंद्र सरकार ने दिल्ली और एनसीआर की हवा को साफ करने के लिए एयर क्वालिटी कमीशन बनाया है। दिल्ली सरकार औपचारिक रूप से उनके सामने बायो डिकॉम्पोज़र की रिपोर्ट रख कर, उनसे निवेदन करेगी कि आप सभी राज्यों को बायो डिकॉम्पोज़र का प्रयोग करने का आदेश दे।
CM अरविंद केजरीवाल ने कहा,कल रात 7.39 बजे हम अक्षरधाम मंदिर में दीवाली पूजन करेंगे। मेरा सभी दिल्लीवासियों से निवेदन है कि आप भी हमारे साथ मिलकर अपने-अपने घरों में दिवाली पूजन करें।