नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि वो नीट और जेईई परीक्षाएं स्थगित करे और किसी अन्य तरीके से परीक्षाएं ली जाएं। जेईई और नीट परीक्षा लिए जाने का विरोध अब तक छात्र ही कर रहे थे। लेकिन अब इन परीक्षाओं के विरोध में दिल्ली सरकार भी कूद पड़ी है|
NEET और JEE पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा,''मुझे लगता है कि केंद्र सरकार देश की जमीनी स्थिति के प्रति आंख बंद करके बैठी है। जिस व्यवस्था के दम पर आप 28 लाख बच्चों को मजबूर कर रहे हैं कि परीक्षा केंद्र में आएं, उस व्यवस्था(प्रोटोकॉल) को लागू करते हुए बहुत लोगों को कोरोना हो चुका है|
दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा,''मुझे लगता है केंद्र सरकार को तुरंत फैसला लेना चाहिए और परीक्षाएं या तो स्थगित करनी चाहिए या वैकल्पिक तरीके से एंट्रेंस करा देने चाहिए|
दिल्ली के शिक्षा मंत्री सिसोदिया ने कहा, "कई राज्यों के मंत्रियों, राज्यपाल, मुख्यमंत्रियों को कोरोना हुआ। वो सब भी इसी व्यवस्था के अंदर आते हैं। इसी व्यवस्था के भरोसे अगर आप 28 लाख बच्चों को ये बोलेंगे कि आप परीक्षा दे दो और हम सब ठीक कर देंगे, तो ये संभव नहीं है।"
जेईई मेन और नीट परीक्षा के आयोजन को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। कोरोना महामारी के दौरान इन परीक्षाओं को टालने की मांग की जा रही है। एनएसयूआई ने बुधवार को अनिश्चितकालीन सत्याग्रह शुरू कर दिया है। NSUI राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन का कहना है, वर्तमान समय में नीट, जेईई परीक्षा के लिए सही नही है। क्योकि कोरोना के मामले प्रतिदिन हजारों की तादाद में बढ़ रहे हैं। ऐसे में छात्रों का एक राज्य से दूसरे राज्य सफर करना मुश्किल है।
NEET और JEE पर कर्नाटक के मंत्री सीटी रवि ने कहा,''दुनिया मुश्किल वक्त से गुजर रही है। छात्रों ने पिछले 6 से 8 महीनों से कक्षाएं नहीं ली हैं, जब हम इतने मुश्किल वक्त का सामना कर रहे हैं सरकार प्रतियोगी परीक्षाएं कराना चाहती है। हमारी मांग है कि ये परीक्षाएं स्थगित होनी चाहिए|