बस्ती: बस्ती में पिता द्वारा घर से निकाले जाने के बाद 2 बेटियां कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठ गईं। पारिवारिक विवाद में पिता ने बेटियो को घर से बाहर निकाल दिया जिसके बाद दोनों बेटियां डीएम प्रियंका निरंजन के दफ्तर के सामने धरने पर बैठ गईं। सोमवार की देर शाम बेटियां के धरने पर बैठने के बाद अधिकारी पहुंचे, मामले की जानकारी ली। उनसे धरना खत्म करने को कहा लेकिन वे डीएम से मिलने और इंसाफ दिलाने की जिद पर अड़ी रही।
दोनों पीड़िता बहनें कलवारी थाना क्षेत्र के दुबे दुबौली गांव की रहने वाली है। वह 6 बहन और एक भाई है, 4 बहनों की शादी हो चुकी है। पारिवारिक विवाद में पिता गोमती प्रसाद ने रविवार की शाम को अपनी बेटियो कविता (23) एवं सविता (21) को घर से निकाल दिया| जिसके बाद सोमवार को मजबूरी में दोनो बेटी डीएम से न्याय की गुहार लगाने कलेक्ट्रेट पहुंची।
दोनों बहनें सोमवार शाम से डीएम के चैंबर के सामने धरने पर बैठ गईं और किताब पढ़ने लगीं| उनका आरोप है कि उसके पिता गोमती प्रसाद ने उन्हें घर से निकाल दिया। उसकी भाभी के कहने पर उसके पापा मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। उन्होंने कहा,''घर में मां, बाप, भाई, बहन के रहते भी उनके पास रहने का कोई ठिकाना नहीं है। कहा,'बोझ की वजह से पिता ने निकाला।
कविता और सविता ने बताया कि आए दिन उनके पिता उनसे मारपीट करते हैं और कहते हैं कि तुम दोनों हम पर बोझ हो| बहनों का कहना है कि जब से उनके इकलौते भाई की शादी हुई है, तभी से हम दोनों बहनों से पेरेंट्स का मोह भंग हो गया है| भाई की शादी के बाद से ही घर में कलेश मचा रहता है| भाभी के कहने पर पिता ने हम दोनों को सर्द रात में घर से बाहर निकाल दिया|
सोमवार रात अधिकारियों ने दोनों बहनों को समझा-बुझाकर फिलहाल के लिए महिला वन स्टेप सेंटर भेज दिया| मंगलवार को वे फिर से कलेक्ट्रेट पहुंचींं और डीएम से मिलने की गुहार लगाती रहीं| लेकिन मौजूद पुलिसकर्मियों ने एक नहीं सुनी और जबरिया उन्हें वाहन में लादकर महिला थाना ले आई। एसएचओ महिला थाना भाग्यवती पाण्डेय ने बताया कि दोनों लडकियों के मां, बाप को बुलाकर उनका समझौता करा दिया गया है, दोनों को समझौता कराकर उन्हें उनके घर भेजा गया है।