बस्ती: कोरोना महामारी संकट के बीच आक्सीजन, जीवन रक्षक दवाओं के अभाव आदि समस्याओं को लेकर रूधौली विधायक संजय प्रताप जायसवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कोविड अस्पतालों में कोरोना से संक्रमित हुये मरीजों के इलाज हेतु जांच किट, आक्सीजन, टीका, बेड आदि संसाधन उपलब्ध कराये जाने की मांग किया है।
मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में 9 विन्दुओं पर ध्यानाकर्षण करते हुये विधायक संजय प्रताप जायसवाल ने कहा है कि जनपद के महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज एवं उससे सम्बद्ध ओपेक चिकित्सालय कैली, जिला चिकित्सालय बस्ती, कोविड अस्पताल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मुण्डेरवा सहित अन्य बनाये गये कोविड अस्पताल में रेडमेसिविर इंजेक्शन, आक्सीजन, जांच किट, अस्पतालों में बेड की उपलब्धता की मांग कोरोना संकट के कारण बढ गई है।
मरीजो तक सुविधाओं को पहुंचाने में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग द्वारा बिलम्ब किया जा रहा है। इलाज को लेकर डाक्टरों, मरीजों एवं उनके तीमारदारों के बीच समन्वय स्थापित नहीं हो पा रहा है। इस कारण से केन्द्र और प्रदेश सरकार के प्रति आम जन मानस का विश्वास घट रहा है। संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ रही है और मृत्यु दर भी 165 से अधिक हो चुकी है। कैली समेत जनपद में बने अनेक कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण मरीज दम तोड़ रहे हैं।
9 प्रमुख विन्दुओं के द्वारा मुख्यमंत्री का ध्यानाकर्षण करते हुये पत्र में विधायक संजय प्रताप ने कहा है कि विभिन्न सीएचसी एवं पीएचसी सेन्टरों पर जांच किट, रेडमेसिविर इंजेक्शन, आक्सीजन सिलेण्डर उपलब्ध नहीं है। मरीजों को समय से भोजन, पानी, दवा उपलब्ध नहीं कराया जाता और तीमारदारों से बातचीत नहीं करने दिया जाता जिसके कारण भर्ती मरीज अपनी समस्या नहीं बता पा रहे हैं।
यही नहीं परिजनों द्वारा दिया जा रहा खाद्य पदार्थ अस्पताल के कर्मी अमानवीय ढंग से फेंक रहे हैं और तीमारदारों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। विभाग द्वारा लिये गये नमूनों की रिपोर्ट प्राप्त होने में बिलम्ब के कारण अनजाने में संक्रमण फैल रहा है। महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज के प्राचार्य द्वारा भी दुर्व्यहार किये जाने की शिकायतें मिल रही है। निजी अस्पतालों में भी आक्सीजन गैस का संकट है। उन्होने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि समस्याओं का प्रभावी ढंग से निस्तारण कराया जाय।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में संजय प्रताप जायसवाल ने कहा कि''''' पिछले वर्ष के अपेक्षा इस बार अधिकांश मरीजो में ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा है और संक्रमितो की मृत्युदर भी बढ़ी है। ऐसे में जनपद के महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज एवं उसके सम्बद्ध ओपेक चिकित्सालय कैली, जिला चिकित्सालय बस्ती, कोविड अस्पताल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मुण्डेरवा, सहित अन्य बनाये गये कोविड अस्पताल में रेडमेसिविर इन्जेक्शन, ऑक्सीजन, जांच किट, अस्पतालो में बेड की उपलब्धता आदि की मांग काफी बढ़ गयी है। परन्तु इन सभी सुविधाओं को जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य महकमा द्वारा मुहैया कराने में विलम्ब किया जाता है।
ऐसे में एक तरफ जहां इलाज से प्रभावित होने पर डाक्टरो तथा मरीजो के तीमारदारो के बीच समन्वय नही स्थापित हो पा रहा है तो वही केन्द्र व प्रदेश सरकार के प्रति आम जनमानस का विश्वास घटता जा रहा है।
वर्तमान समय में कोरोना से संक्रमित मरीजो की दर प्रत्येक दिवस सैकड़ो की संख्या में इजाफा हो रहा है जिससे बस्ती जनपद की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। अभी तक मृत्युदर भी बढ़कर 185 से अधिक पहुंच चुकी है। तीमारदारो द्वारा कोविड-19 में निम्नवत समस्याओं से मुझे अवगत कराया जा चुका है|
1. कैली समेत जनपद में बने अन्य कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण मरीज दम तोड़ रहे है।
2. विभिन्न सीएचसी एंव पीएचसी सेन्टरो पर जांच किट, रेमडेसिविर इन्जेक्शन, ऑक्सीजन सिलिण्डर नही उपलब्ध है।
3. मरीजो को समय से भोजन, पानी, दवा एवं मरीजो के तीमारदारो से बातचीत नही करने दिया जाता जिससे भर्ती मरीज अपनी समस्या किसी से नही बता पा रहे है।
4. परिजन द्वारा दिया गया खाद्य पदार्थ अस्पताल के कर्मी अमानवीय ढंग से फेक रहे है तथा तीमारदारो के साथ दुर्व्यवहार कर रहे है।
5. विभाग द्वारा लिए गये नमूने की रिपोर्ट जनपद के प्राप्त होने में कई दिनो का समय लग जाता है जिससे संक्रमित व्यक्तियों की पहचान करने में विलम्ब होता है और अनजाने में अन्य व्यक्यितों में भी संक्रमण तेजी से फैलता है।
6. जनपद में संचलित प्राईवेट अस्पतालें में ऑक्सीजन की व्यवस्था करायी जाय जिससे आम जनमानस को असविधा न हो और जनपद के किसी मेडिकल स्टोर अथवा संस्था को नामित किया जाय जिससे कोविड-19 महामारी के उपचार एवं रोकथाम हेतु समस्त जरूरत की जीवन रक्षक दवाईया उपलब्ध रहे।
7. जब जनपद में कोविड महामारी को रोकने हेतु जीवन रक्षक दवाईया उपलब्ध रहेगी तब आम जनमानस को अपने परिजनो के उपचार कराने में असुविधा नही होगी।।
8. महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज के प्राचार्य द्वारा मरीजो एवं तीमारदारो के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है।
9. महर्षि मेडिकल कालेज बस्ती के प्राचार्य जब मेडिकल कालेज में कोविड-19 के मरीजो को देखने य निगरानी करने जाते है तो वहां पर मरीज के परिजनों को पुलिस बल द्वारा भगाया जाता है।
अतः आपसे सादर निवेदन है कि उपरोक्त शिकायत के आधार पर जनपद के कोविड-19 अस्पतालों में जांच कराते हुए कमियों को पूर्ण कराने हेतु जिला प्रशासन को निर्देशित करने की कृपा करें।