बस्ती: विभिन्न बैंको के फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर करोड़ों रूपयों की ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश| पुलिस अधीक्षक बस्ती हेमराज मीना के निर्देश पर पुलिस के हत्थे चढ़े साइबर ठग। दो लाख, अस्सी हजार रूपये (2,80,000 रू) नगद और 05 अदद मोबाइल फोन बरामद|
बस्ती कोतवाल रामपाल यादव, स्वाट टीम, सर्विलांस सेल प्रभारी जितेंद्र सिंह, साइबर सेल प्रभारी मज़हर खान ने टीम के साथ 3 अभियुक्तो (रोशन पुत्र रामेन्द्र नाथ, .राहुल कुमार सिंह पुत्र नागेन्द्र सिंह और अनमोल शर्मा उर्फ अन्नू पुत्र संजीव कुमार शर्मा) को टोल प्लाजा के निकट गिरफ्तार किया। अभियुक्तो को गिरफ्तार कर मा0 न्यायालय रवाना किया गया।
पुलिस ने बताया,''दिनांक- 08.03.2020 को हरविन्दर सिंह थाना कोतवाली जनपद बस्ती ने तहरीरी सूचना दिया कि दिनांक 06.03.2020 को उसके मोबाइल पर फोन आया कि मैं एसबीआई क्रेडिट कार्ड कस्टमर केयर अधिकारी बोल रहा हूँ और उसने मुझे अपनी बातों में फसा कर मेरे एसबीआई क्रेडिट कार्ड से सम्बन्धित गोपनीय जानकारी प्राप्त कर, मेरे क्रेडिट कार्ड से किसी साइबर अपराधी ने 110000 रूपये किसी अन्य खाते में आनलाइन ट्रांजेक्सन कर रूपये को निकाल लिया है। जिसके आधार पर थाना कोतवाली पर मु0अ0सं0 120/2020 धारा 419,420 भादवि 66 C, 66 D आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत कर विवेचनात्मक कार्यवाही प्रभारी निरीक्षक कोतवाली द्वारा की जा रही थी।
पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि हम लोग अपना एक संगठित गिरोह चलाते है। टेली कालिंग करवाकर भोले भाले लोगो से उनके बैंक खाते और क्रेडिट कार्ड से सम्बन्धित बहुत सारे आफर देकर उनके खाते व क्रेडिट कार्ड की गोपनीय जानकारिया पता करके उनके खातो से आनलाइन फ्राड कर झांसा देते हुए खातो से रूपये उड़ा देते है, हम लोग अपने एक अन्य साथी की मदद से भोली भाली जनता के क्रेडिट कार्ड से सम्बन्धित डाटा क्रेडिट कार्ड बनाने वाली एजेन्सी से प्राप्त कर लेते हैं, जिसमे क्रेडिट कार्ड जारी होने की जारी होने की तिथि, क्रेडिट कार्ड का नम्बर, ग्राहक का मोबाइल नम्बर होता था एवं प्री एक्टीवेटेड सिम कार्ड तथा पेटीएम केवाईसी अपडेटेड सिम कार्ड, जो कि पेटीएम खाते में लिंक होता था, जिसे मोबाइल में लगाने पर केवाईसी अपडेट नही कराना होता है, उपलब्ध कराता है।
जिसके एवज में हम लोग क्रेडिट कार्ड प्रति डाटा 500 रू0 व पेटीएम केवाईसी सिम व प्री एक्टीवेटेड उपलब्धकराने के एवज में 3000 रूपये देते थे तथा उपलब्ध कराये गये डाटा के आधार पर अपने गैंग के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड प्राप्त होने की तिथि के एक-दो दिन के अन्दर ही लोगों को फोन कॉल के माध्यम से लुभावने ऑफर देते हुए उनके क्रेडिट कार्ड और खातो से फर्जी तरीके से आनलाइन फ्राड कर भिन्न भिन्न लोगो के पहचान पत्र ,फोटो के आधार पर खुलवाये गये आफ लाइन / आन लाइन खातो मे ट्रांसफर करते थे जिसे बाद मे खुलवाये गये फर्जी खातो मे से ट्रांसफर कर निकल लेते थे.
हम लोगो का यह गिरोह ऑनलाइन सक्रिय होकर पूरे देश में कही से भी फोन करने वाले व्यक्तियों को अपने झांसे में लेकर ऑनलाइन ठगी का कार्य करता है। हमारे गैंग के लोगो द्वारा देश के विभिन्न राज्यों के व्यक्तियों के साथ अबतक लगभग 8 से 10 करोड़ की ऑनलाइन ठगी की जा चुकी है। यह कार्य हम लोगों द्वारा विगत 4 वर्ष से किया जा रहा है।
गिरफ्तार अभियुक्तगण का विवरण:
1.रोशन पुत्र रामेन्द्र नाथ निवासी RZ-B-29 जैन कालोनी पार्ट-3 डीके मोहन गार्डेन थाना बिन्दापुर पश्चिम दिल्ली मूल पता ग्राम देवीपुर थाना पनियरा जनपद महराजगंज ।
2.राहुल कुमार सिंह पुत्र नागेन्द्र सिंह निवासी प्लाट नम्बर 82, शक्ति खण्ड-2, इन्द्रापुरम, थाना इन्द्रापुरम, जनपद गाजियाबाद मूल पता ग्राम भीखपुर थाना आन्दर, जिला- सिवान, बिहार।
3.अनमोल शर्मा उर्फ अन्नू पुत्र संजीव कुमार शर्मा निवासी नीति खण्ड-2, प्लाट नम्बर-03 प्रथम तल थाना इन्द्रापुरम जनपद गाजियाबाद।
चल-अचल सम्पति का विवरण :
1.अपराध से अर्जित रूपयों से रोशन द्वारा नजफगढ़ स्थित प्लाट नम्बर K46 जड़ोदा निकट डिचाव गाँव में 150/ गज का प्लाट 65 लाख रूपये में अपने नाम से खरीदा है। |
2.महाराजगंज जनपद के पनियरा कस्बे में पेट्रोल पंप के पास अपने भाई मोन्टू के नाम से जमीन खरीद कर मकान का निर्माण तथा अपने भाई के नाम से एक i-20 Hyundai Car खरीदा गया है।
3.राहुल सिंह द्वारा इन्द्रापुरम गाजियाबाद में 35 लाख रूपये की मशल्स जिम, 4 हिमालयन अपार्टमेन्ट इन्द्रापुरम गाजियाबाद में 15 लाख रूपये की सिटी जिम में इन्वेस्टमेंट. |
5.अपने जीजा निहाल सिंह पुत्र स्व0 हरिशंकर सिंह नि0 ग्राम राजपुर थाना रघुनाथपुर जनपद सिवान (बिहार) के नाम से 45 लाख रूपये का फ्लैट नम्बर 304, शक्ति खण्ड-2 इन्द्रापुरम में खरीदा गया है तथा अपने परिवारजनों के माध्यम से अपने गृह जनपद सिवान (बिहार) में भिन्न-भिन्न जगहों पर इन्वेस्ट किया है।
6.अनमोल शर्मा द्वारा साइबर अपराध से अर्जित रूपयों से कुछ अपने व अपने परिजनों/रिश्तेदारों के नाम से बैंक में जमा किया गया है। इस गैंग द्वारा विगत दो वर्षों में लगभग 05 करोड़ 10 लाख रूपये की ऑनलाइन ठगी की जा चुकी है
इस गैंग द्वारा अपराध से अर्जित रुपयों से बनायीं गयी चल अचल सम्पती का पता कर उनकी जब्तीकरण की कार्यवाही 14(1) गैंगेस्टर एक्ट के अन्तर्गत की जायेगी|