बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में गुरुवार को एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां मामूली बात से नाराज 30 वर्षीय युवक ने पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। बस्ती जिले के कप्तानगंज थाना के नकटीदेई में गुरुवार को 30 वर्षीय युवक अमरेश ने मायके में रह रही पत्नी पुष्पा को घर लाकर गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं शख्स ने अपने पत्नी की हत्या करने के बाद साले को व्हाट्सअप पर मैसेज भी भेजा। मैसेज में शख्स ने ने लिखा कि मैंने अपनी पत्नी को मार दिया। साथ ही उसने पुलिस के 112 नंबर पर भी सूचना दी| विवाहिता की हत्या की सूचना पर मचा हड़कंप।
घटना की सूचना पर सीओ कलवारी शक्ति सिंह, प्रभारी निरीक्षक कप्तानगंज मनोज कुमार तिवारी पहुचे मौके पर। पुलिस ने आरोपी पति अमरेश को हिरासत में ले लिया| पुलिस ने मृतका पुष्पा के मायके वालों के पहुंचने के बाद शव को कमरे से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया| हर्रैया न्यायब तहसीलदार खुशबू सिंह ने पुष्पा के परिवारजनों का बयान दर्ज किया। मायके पक्ष ने हत्या का बयान दर्ज कराया।
जानकारी के मुताबिक,'कप्तानगंज थाना क्षेत्र के नकटीदेई बुजुर्ग गांव के 30 वर्षीय युवक ने चार दिन पहले शनिवार को मायके में रह रही पत्नी को घर लाया था| किसी बात को लेकर हुई कहासुनी पर गुरुवार को अमरेश ने पत्नी पुष्पा की हत्या कर दी|इसके बाद खुद ही अपने साले को मोबाइल पर फोटो डालकर हत्या करने की जानकारी दी। साथ ही उसने पुलिस के 112 नंबर पर भी सूचना दी।मौके पर पहुंची पुलिस शव कब्जे में लेकर युवक तथा उसके माता पिता को हिरासत में ले कर मामले की छानबीन में जुट गई। नायब तहसीलदार खुशबू सिंह की मौजूदगी में शव का पंचनामा कराया गया। फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से साक्ष्य जुटाया।
कप्तानगंज थाना क्षेत्र के नकटीदेई बुजुर्ग निवासी गुरु प्रसाद तिवारी के सबसे छोटे पुत्र अमरीश की शादी लगभग चार साल पहले गोंडा जिले के वीरपुर गांव में राधेश्याम पांडेय की पुत्री पुष्पा के साथ हुई थी। शादी के बाद से अमरीश अपनी पत्नी को अपने साथ लेकर गाजियाबाद चला गया। वहां दोनों के बीच अक्सर विवाद होता रहता था। जिसके बाद सात महीने से उसकी पत्नी मायके में रह रही थी। बताया जा रहा है कि चार दिन पहले शनिवार को वह स्वयं ही जाकर उसके मायके से विदा कराकर लाया। मंगलवार को पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। जिस पर लड़की के पिता राधेश्याम पांडेय घर आए और दोनों को समझा बुझाकर लौट गए।