बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के थाना हरैया क्षेत्र अन्तर्गत 2 जुलाई से लापता बच्चे को लखनऊ से सकुशल बरामद कर उसके माता-पिता को सुपुर्द किया गया। बस्ती पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि, 'दिनांक 02.07.2021 को थाना हरैया जनपद बस्ती पर पंजीकृत मुअ0सं0 213/2021 धारा 363 भा0द0सं0 से सम्बन्धित गुमशुदा 15 वर्षीय बालक श्यामजी पुत्र काशीराम निषाद ग्राम नदायें थाना हरैया जनपद बस्ती को आज होटल लक्ष्मी चारबाग, लखनऊ में मजदूरी करते समय सकुशल बरामद कर उसके परिजनों को सुपुर्द किया गया।
2 जुलाई को थाना हरैया क्षेत्र के ग्राम नदायें निवासी कांशीराम पुत्र दयाराम द्वारा थाना हरैया पर लिखित प्रार्थना पत्र दिया कि | मेरा लड़का श्यामजी उम्र करीब 15 वर्ष दिनांक 01.07.2021 को मेरे साथ खेत में दोपहर के करीब 03:00 बजे तक काम किया, उसके बाद बिना कुछ बताये | खेत से चला गया और जब वह शाम होने तक घर नही आया तो मै गांव के कुछ लोगों की मदद से इधर-उधर खोजने का प्रयास किया किन्तु मेरा लड़का नही मिला। 2 जुलाई की सुबह को मेरे लड़के ने अपने मोबाइल नम्बर से फोन किया और बताया कि मुझे दो लोग मेरी आँख पर पट्टी बांधकर कहीं | लेकर चले आये है, जिसके बारे मे मुझे पता नही चल रहा है कि मै कहाँ पर हूँ। जिसके सम्बन्ध में थाना हरैया जनपद बस्ती पर मु0अ0सं0 213/2021 धारा 363 भा0द0सं0 पंजीकृत किया गया।
पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि,''पूछताछ करने पर गुमशुदा बालक श्यामजी पुत्र काशीराम निषाद द्वारा बताया गया कि दिनांक 14.06.2021 को मेरे पिता जी ने भैंस बांधने को लेकर मारा पीटा था, तभी से मैने घर न रहने के लिए योजना बनाना शुरु कर दिया था और दिनांक 01.07.2021 को खेत मे काम करने के बाद समय लगभग 03.00 बजे | साइकिल लेकर घर से रुपये 300/- लेकर थाना छावनी मे आकर एक पंचर बनाने वाली दुकान पर साइकिल खड़ा कर दिया तथा पंचर बनाने वाले दुकानदार को बताया कि मै अपने भाई को छोड़ने आया हूँ और कुछ समय बाद वापस आ रहा हूँ, उसके बाद वह आगे बढ़कर रुपये 150/- किराया देकर लखनऊ की बस पकड़कर लखनऊ पहुँच गया, जहाँ से रुपये 30/- किराया देकर चारबाग आ गया।
दिनांक 02.07.2021 को अपने मोबाइल से घर वालों के पास फोन करके गुमराह किया कि मुझे दो लोग मेरी आँख पर पट्टी बांधकर कहीं लेकर चले आये है, जिसके बारे मे मुझे पता नही चल रहा है कि मै कहाँ पर हूँ। मै घर नही आना चाहता था इसलिए चारबाग होटल मे काम करने लगा एवं मोबाइल पुरानी व खराब होने के कारण बन्द हो गयी थी। मै स्वेच्छा से स्वयं लखनऊ गया था।