सम्मान जनक जिंदगी का अधिकार दो,भूख, गरीबी,बेरोजगारी के खिलाफ संघर्ष करेंगे, हिंसा हमे बर्दाश्त नहीं,पाखंड,अंध विश्वास से मुक्ति दो के नारे के बीच न्यायमार्ग स्थित कार्यालय पर अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ने सीटू के साथ संयुक्त रूप से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया।
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के इतिहास पर चर्चा करते हुए एडवा की नेता सोनी और सीटू के रसोइया यूनियन की प्रदेश मंत्री उर्मिला चौधरी ने कहा कि 115 वर्ष से समानता ,सुरक्षा आदि सवालों को लेकर हमारी पूर्वजों ने जो लड़ाई शुरू किया था उससे बहुत कुछ हासिल हुए जिसमें महिला और पुरुषों के श्रम की गैरबराबरी और वोट का अधिकार महत्व पूर्ण है।पर अभी भी कम पूरा नहीं हुआ है,भूख,गरीबी,महंगाई,बेरोजगारी,पाखंड के खिलाफ,लड़ाई जारी है।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए एडवा की शीला, इंद्रावती ,मिड डे मील की विशाला ने कहा कि बढ़ती हुई महिला हिंसा की वीभत्स घटनाओं से प्रदेश वो देश की महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही है,सबसे भयानक तो है अपराधियों को जाति,धर्म,पैसा के आधार पर समर्थन करना। हमें लड़ना ही होगा।
एडवा की पूनम,नीलू,मिड डे मील की विद्यावती ने कहा कि हमें समझना होगा हमारे दिन प्रतिदिन के संकट का प्रमुख कारण हमारे द्वारा ही चुनी हुई सरकार की गलत नीतियां है,हमे आपस में लड़ाया और बरगलाया जाता है,आज का दिन संकल्प का दिन है,विश्वास का दिन है कि हम एक जुट होकर सरकार को गलत नीतियों से हटाने और हमारी बेहतरी के लिए नीतियां बनाने पर विवश करेंगे। या फिर सरकार को ही सत्ता से मुक्त कर देंगे।
गोष्ठी को ध्रुव चंद,के के तिवारी,शेष मणि,नरसिंह भारद्वाज, राम निरख,अनिल सिंह,सिकंदर,फूल चंद्र,अनीता,संजू,विमला देवी,सुनीता,सूर्यमणि,मुन्नी,पद्मा देवी,आशा देवी,शोभावती,रीना देवी,मीरा देवी,गीता देवी,सीता सिंह, विद्यामती आदि ने संबोधित किया।