बस्ती: जनपद के विकास खण्ड कप्तानगंज में दर्जनों ग्राम प्रधान समाजसेवा की आड़ में देखते ही देखते अल्प समय में ही कब लखपती हो गए उसको लेकर जनपद स्तर पर चर्चाओं का बाजार गरम है । दबी जुबान लोग तरह- तरह की चर्चाएं कर रहे हैं व भ्रष्टाचार की दुहाई देने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं ।
ग्राम प्रधान का पद समाज सेवा से जुड़ा हुआ होता है जो पाँच वर्ष के अन्तराल पर निर्धारित चुनावी प्रक्रिया द्वारा जनता द्वार सीधे चुना जाता है । वर्तमान में सरकार द्वारा ग्राम प्रधानों को अल्प धनराशि का निर्धारित मानदेय भी दिया जाता है । अल्प मानदेय के सहारे और बिना किसी निर्धारित आय स्रोत के बिना विकास खण्ड कप्तानगंज में दर्जनों ग्राम प्रधान लखपती बन गए हैं जिसको लेकर जनपद स्तर पर चर्चाओं का बाजार गरम है । अल्प मानदेय के सहारे ग्राम प्रधानों के लखपती होने को लेकर समाज में तरह -तरह की चर्चाएं चल रही हैं । कुछ लोग सिस्टम पर भी उँगली उठा रहे हैं तो कुछ भ्रष्टाचार की दुहाई तक दे रहे हैं । दबी जुबान जनचर्चाओं की बात करें तो बिना आय स्रोत , अल्प मानदेय के सहारे लखपती बने ग्राम प्रधानों के हाथ भ्रष्टाचार से सने हुए हो सकते हैं ।
Report: कर्मचन्द्र यादव