जिले के हरैया कस्बे में सेवा समर्पण भाव परिवार द्वारा जरूरतमंदों के लिए वस्त्र स्टोर खोला जा रहा है।
कड़ाके की ठंड से बचने के लिए सेवा समर्पण भाव परिवार ने सेवा भाव को एक अभियान के तहत संचालित किया है "जरूरत हो ले जाइए ज्यादा हो तो दे जाइए" मुहिम का पर्याय है
कि जिन लोगों के यहां किसी भी साइज के सुरक्षित कपड़े रखे हो वह स्टोर पर दे जाए और अगर वह जरूरतमंद है तो उपयोग के लिए ले जाए।
बता दें कि सेवा समर्पण भाव परिवार निरंतर गरीब,असहाय,जरूरतमंदों व बेजुबानों के मदद के लिए सदैव करता है
कई वर्षों से पशु,पक्षियों बेजुबान जानवर को बचाना एवं मानसिक विक्षिप्त, घुमंतू प्रकृति के लोगों को रेस्क्यू के माध्यम से साफ सुथरा करते हुए अच्छे वस्त्र पहनाकर उनके वास्तविक स्वरूप को वापस कराना आदि सामाजिक कार्य संस्था द्वारा किया जाता है।
संस्था के सेवादार दिलीप पांडे ने जानकारी दी नए वर्ष पर जनवरी माह के प्रथम सप्ताह में भीषण ठंड को देखते हुए जरूरतमंदों के लिए हरैया बस्ती हाईवे पर स्थित संसारीपुर चौराहे पर वस्त्र स्टोर का उद्घाटन किया गया था,
साथ ही जरूरतमंदों में सेवा समर्पण भाव परिवार द्वारा कंबल वितरण भी किया गया था।
इसी क्रम में हरैया कस्बे के सौ शैय्यायुक्त अस्पताल के सामने निःशुल्क वस्त्र स्टोर को स्थापित किया गया है। उन्होंने क्षेत्र के लोगों से अपील किया है
कि अपने घरों में जिन कपड़ों का उपयोग न हो रहा हो और अच्छे सुरक्षित हो उसे वस्त्र स्टोर पर दे जाए और अन्य सामाजिक संगठन सहित क्षेत्र के अग्रणी लोग वस्त्र दान करते हुए जरूरतमंदों की सहायता हेतु अपना हाथ बढ़ावे।
उन्होंने कहा कि सेवा समर्पण भाव परिवार विगत कई वर्षों से गरीब, असहाय, जरूरतमंद एवं बेजुबान जानवरों के लिए कार्य कर रहा है
एवं अस्पतालों भर्ती गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों को ब्लड उपलब्ध करवाने का कार्य लगातार जारी है। सेवादार दिलीप पाण्डेय ने कहा वर्तमान समय में ठंडक को देखते हुए वस्त्र स्टोर खोलने का कार्य किया जा रहा है।