● सामाजिक संस्था राप्ती युवा विकास मंच ने जनहित में उठाया कदम
● किसान-युवा बेरोजगार के लिए 'युवा विकास मंच' करेगा संघर्ष
बलरामपुर: सामाजिक संस्था राप्ती युवा विकास मंच ने किसान युवा बेरोजगारों की समस्याओं को लेकर डिवाइन पब्लिक स्कूल सभागार में बैठक की है| बैठक में इनके समस्याओं को शासन से अवगत कराते हुए गंभीरता से पहल करने की मांग की है| मंच के अध्यक्ष अमरेश बहादुर सिंह ने कहा कि आज किसान आत्महत्या करने को मजबूर है छुट्टा जानवर ने उसकी फसल को न केवल बर्बाद किया है बल्कि उसकी आर्थिक स्थिति को बिगाड़ दी है जिस पर सरकार का ध्यान ना जाना निश्चय ही धरती के भगवान की समस्याओं को नजरअंदाज करना है|
युवा समाजसेवी आशीष कुमार उपाध्याय ने कहा कि युवाओं को रोजगार जरूरी है युवा रास्ते से भटक गया तो विकास की गति कभी नहीं बढ़ सकेगी जिस देश का युवा बेरोजगार होगा वह कभी उत्थान नहीं कर सकता है| युवा समाजसेवी वरिष्ठ पत्रकार डॉ अविनाश पांडेय ने कहा कि आज एक तरफ जहां किसान अपनी फसल का सही उपाय नहीं पा रहा है वहीं दूसरी तरफ दिन रात एक कर के फसल की छुट्टा जानवरों से रखवाली करते करते थक चुका है| कागजों में गौशाला पर भारी-भरकम बजट पानी की तरह बहाए जा रहे हैं |
पांडेय ने कहा कि,''गौशाला में जानवर ना होकर सड़क पर विचरण करते आए दिन दुर्घटनाओं को दावत दे रहे हैं| शासन प्रशासन के नाक के नीचे सब कुछ हो रहा है लेकिन इस समस्या का समाधान ना होने से धरती के भगवान की पीड़ा और असहनीय होती जा रही है| इस देश का युवा निरंतर बेरोजगारी की दंश झेल कर अपने भविष्य को लेकर परेशान है| युवा और किसान के बारे में शासन का गंभीरता से ध्यान ना देना देश के विकास की गति को रोकना है|
सामाजिक कार्यकर्ता शिव कुमार द्विवेदी ने कहा कि जिले में संचालित गौशालाओं की जांच की जानी चाहिए इनके निर्माण से लेकर इनके संचालन पर शासन से निर्गत बजट का बंदरबांट करने वालों को समाज में बेनकाब किया जाना जरूरी है यदि गौशालाओं में जानवर व्यवस्थित कर दिए जाएं तो किसानों की दिन-रात फसल की रखवाली में परेशानी कम होगी और उन्हें फसल का अच्छी उपज मिलने का मार्ग प्रशस्त होगा|
पूर्व प्रधान एवं सामाजिक कार्यकर्ता जितेंद्र बहादुर सिंह ने भी किसान युवा बेरोजगार के दर्द को बयां करते हुए सरकार से मांग की है कि इनकी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर समाधान नहीं किया गया तो निश्चय ही देश के विकास का पहिया रुक जाएगा| मंच के पदाधिकारियों ने निर्णय लिया है कि जल्द ही जिले सहित प्रदेश में संचालित गौशालाओं का शासन से निर्गत बजट एवं संचालन पर खर्च हो रहे बजट की राज्यपाल से शिकायत करके उच्च स्तरीय जांच कराने की पहल शुरू की जाएगी साथ ही साथ धरती के भगवान कहे जाने वाले किसानों एवं देश के विकास को गति देने वाले युवाओं के समस्याओं से अवगत कराने का पहल भी सामाजिक संस्था करेगी|
रिपोर्ट-सुरेश त्रिपाठी