बलरामपुर: पिछले कुछ वर्ष में कोविड-19 महामारी के प्रकोप के चलते माननीय, बीते वर्ष विश्व मे कोविड 19 की महामारी का जो दौर शुरू हुआ उसका प्रकोप इस वर्ष भी जारी रहा। भारत में भी इस भयावह महामारी ने न जाने कितनों को निगल लिया। देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई। देश मे न जाने कितने लोग इस दौर में बेरोजगार हो गए।
शिक्षा व्यवस्था पूर्णतः ध्वस्त हो गई। बीते वर्ष की भांति इस वर्ष भी विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के प्रोन्नत करना पड़ा। किंतु इसमें सरकार की ओर से एक महत्वपूर्ण कार्य पर ध्यान नहीं दिया गया। उत्तर प्रदेश मे बीते वर्ष और इस वर्ष लॉकडाउन के दौरान सभी शिक्षण संस्थान बन्द रहे, पढ़ाई नहीं हुई तो फिर सरकार ने शिक्षा शुल्क पूरी तरह माफ करने की दिशा में कोई कदम क्यों नहीं उठाया।
इस चीज की गंभीरता को संज्ञान में रखते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता विशाल सिंह एवं उनके अन्य साथियों ने मिलकर एक मुहिम शुरू की है जिसका उद्देश्य है फीस माफी।
छात्र नेता विशाल सिंह का कहना है कि सरकार को कोविड-19 की परिस्थिति को समझते हुए सरकार को यह कदम बहुत पहले उठा लेना चाहिए था मगर अफसोस कि सरकार इस पर अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं कर रही हमारा मकसद है कि हम सरकार को नींद से उठाएं और इस संदर्भ में उनको बताएं ताकि इस पर जल्द से जल्द कोई उचित निर्णय लिया जा सके जिससे आम छात्रों पढ़ाई में कोई रुकावट ना पैदा हो और वह सफलता पूर्वक अपने पढ़ाई में ध्यान लगा सके।