आज़मगढ़:आजमगढ़ के तरवां थाना क्षेत्र के बांसगांव में प्रधान की हत्या पर राजनीति गरमाई है।महाराष्ट्र के मंत्री नितिन राउत को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को आज़मगढ़ की सीमा पर हिरासत में ले लिया। वह कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने जा रहे थे।
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति अनुसूचित जाति के अध्यक्ष राउत कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने के लिए निर्धारित किया गया था। राउत ने इस घटना को 'भीषण' बताया है और उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था और दलितों पर बढ़ते हमलों पर चिंता जताई है।
इससे पहले कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ग्राम प्रधान की हत्या के सिलसिले में उनके परिवार से मिलने पहुंचे, लेकिन प्रशासन ने मना कर दिया। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के साथ पीएल पुनिया धरने पर बैठ गये।
कांग्रेस नेता रोहन गुप्ता ने कहा,''भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश में अघोषित आपातकाल लगा दिया है। यूपी में तानाशाही अपनी चरम-सीमा को लांघ रही है। आजमगढ़ में दलित प्रधान सत्यमेव के परिजनों के प्रति शोक-संवेदना प्रकट करने पहुंचे यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को मिलने से रोक दिया जाना निंदनीय है।
कांग्रेस ने कहा, दलित विरोधी योगी जी ने आज पुलिस प्रशासन के द्वारा हमारे तमाम नेताओं को बस इसलिए डिटेन करवा दिया क्योंकि हम दलित प्रधान की हत्या के मामले में परिवार से मिलने जा रहे थे। कांग्रेस दलितों के साथ खड़ी है आपके लाठी डंडों से डरने वाली नहीं है।