अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से मरने वाले लोगों के परिजनों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। जहरीली शराब की वजह से अपने पिता को खोने वाले एक व्यक्ति ने बताया, "हमारी मांग है कि मृतक परिवारों को एक सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये का मुआवजा मिले।"
अलीगढ़ में जहरीली शराब कांड मामले में अब तक 87 लोगों की मौत हुई है|कई का इलाज अस्पताल में चल रहा है| उधर, शासन शराब कांड में लापरवाही उजागर होने पर संयुक्त आबकारी आयुक्त आगरा और उप आबकारी आयुक्त अलीगढ़ मंडल को निलंबित करते हुए विभागीय जांच बैठा चुका है।
उधर का प्रशासन कहना है,''35 लोग शराब के कारण मरे हैं| अन्य लोगों की विसरा रिपोर्ट जांच के लिए आगरा भेजी गई है| रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है| सीएमओ बीपी सिंह की मानें तो अब तक 87 लोगों का पोस्टमार्टम हो चुका है, जिनमें से 35 लोग शराब के कारण मरे हैं|
अलीगढ़ CMO ने बताया कि,''शराब की वजह से कल तक 87 लोगों का पोस्टमार्टम हुआ है। इसमें से 35 लोगों की मौत ज़्यादा ज़हरीली शराब से हुई है। हम बाकी लोगों का भी सैंपल लिए हुए हैं जिसकी जांच फॉरेंसिक लैब में होगी। आज जवां क्षेत्र से 3 लोगों की मौत की सूचना मिली है जिनका हमने पोस्टमार्टम करा दिया है|
फिलहाल,''अलीगढ़ में जहरीली शराब के सेवन से हो रही मौतों का सिलसिला जारी है। गुरुवार तड़के मेडिकल कॉलेज में पति पत्नी सहित पांच और लोगों ने दम तोड़ दिया। अलीगढ़ में अभी जहां एक ओर जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद शवों का पोस्टमॉर्टम चल ही रहा है तो वहीं दूसरी ओर थाना जवा इलाके के गांव दबथला के पास गुजर रही नहर में जहरीली शराब की पेटियां मिलीं।
देर रात नहर के पास ही बने रोहरा भट्टा पर काम करने वाले मजदूरों ने नहर में अवैध शराब की पेटियां पड़ी देखी। जिसके बाद भट्टा मजदूरों ने उन शराब की पेटियों को नहर से बाहर निकाल लिया। शराब को मजदूरों ने आपस में बांटकर सेवन कर लिया। इसके बाद कई मजदूरों की हालत बिगड़ती चली गई। परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी।
भट्टा ठेकेदार सुरेश ने बताया कि मजदूर युवक राजा नहर पर मछली पकड़ने के लिए गया था। जहां इसको तीन शराब की पेटियां पड़ी मिली थी। जिसके बाद 19 लोग शराब पीने से बीमार हो गए। पति-पत्नी सहित बिहार के रहने वाले 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि अन्य की हालत गंभीर है।
सूचना मिलते ही एसपी सिटी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। हालत नाजुक देखते हुए सभी भट्ठा मजदूरों को प्राथमिक उपचार के लिए अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में बुधवार देर रात भर्ती कराया गया। वहीं, पुलिस ने मजदूरों द्वारा नहर से निकाली गई अवैध शराब की पेटियों को अपने कब्जे में लेकर सील कर दिया गया है। पुलिस ने अवैध शराब को नहर में फेंकने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि थाना जवा इलाके के दबथला गांव में ईंटो के भट्टे पर काम करने वाले मजदूरों की देर रात पुलिस को शराब पीने से तबीयत बिगड़ने की सूचना मिली थी। हाल ही में अलीगढ़ में जहरीली शराब की घटना हुई थी। उसको लेकर मिलावटी जहरीली शराब का अवैध कारोबार करने वाले शराब माफियाओं के खिलाफ पुलिस और मजिस्ट्रेटों की मौजूदगी में उनकी गिरफ्तारी के लिए निरंतर धरपकड़ अभियान चलाया हुआ था।
एसपी सिटी ने बताया कि शराब माफिया गिरफ्तारी के डर से अवैध शराब की पेटियों को इस नहर में फेंक दिया था। जिसके बाद ईंट भट्ठा मजदूर इन अवैध शराब की पेटियों को इस नहर से निकाला और इन शराब की पेटियों को उठाकर अपने साथ ले गए। जिसके बाद इन मजदूरों ने इस शराब का सेवन किया गया। इस शराब को पीने की वहज से इन मजदूरों की तबीयत बिगड़ गई थी।