नई दिल्ली: गुजरात में एक बार फिर मुंद्रा बंदरगाह (Gujarat Mundra Port) पर 52 किलोग्राम कोकीन की बड़ी खेप जब्त की गई है। इस कोकीन की कीमत 500 करोड़ रुपये से अधिक आंकी जा रही है। जिसके बाद कांग्रेस ने शुक्रवार को बड़ा हमला बोला है| कांग्रेस ने गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर 52 किलोग्राम किलो कोकेन पदार्थ की बरामदगी को लेकर दावा किया कि गुजरात अब ‘मादक पदार्थों का प्रवेश द्वार' (गेटवे ऑफ ड्रग्स) बन गया है|
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि ,''जुलाई 2017 में गुजरात के पोर्ट से पहली बरामदगी की रिपोर्ट आई। जनवरी 2020 में ₹175 करोड़ के ड्रग्स पकड़े गए। अप्रैल 2021 में ₹150 करोड़ के ड्रग्स पकड़े गए। 28 अप्रैल को पीपावाव पोर्ट, निखिल गांधी के यहां से ₹450 करोड़ के ड्रग्स पकड़े गए| कल मुंद्रा पोर्ट पर एक बार फिर 52 किलो कोकेन बरामद हुई।
लगातार गुजरात के रास्ते पर ड्रग्स पकड़े जाते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जो 1 लाख 75 हजार करोड़ के ड्रग्स आए और मार्केट में फेल गए और नहीं पकड़े गए |
पवन खेड़ा ने ड्रग्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की ‘चुप्पी' को लेकर सवाल किया और कहा कि दोनों शीर्ष नेताओं को अपने गृह प्रदेश की इस स्थिति के बारे में जवाब देना चाहिए|
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से पवन खेड़ा का सवाल:
- आपकी नाक के नीचे गुजरात गेट वे ऑफ ड्रग्स क्यों बन गया है?
- आप दोनों इस मसले पर चुप क्यों हैं?
- प्रधानमंत्री इस मुद्दे कब कुछ कहेंगे?
पवन खेड़ा ने कहा कि,''ड्रग्स का व्यापार ऐसा नहीं होता है। इस व्यापार का एक सिंडीकेट होता है। उस सिंडीकेट की तारें पूरी दुनिया में जुड़ी होती हैं। हम यह जानना चाहते हैं कि हिंदुस्तान में ड्रग्स के सिंडीकेट का एलचापो कौन है? नाम बताएं उसका
- इस सिंडीकटे को ध्वस्त करने के लिए आपने क्या रूपरेखा बनाई है? वह भी स्पष्ट करें.